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दिल्ली सरकार ने करोल बाग स्थित होटल अर्पित पैलेस में आग लगने की घटना के बाद सख्त कदम उठाया है. सरकार ने इलाके के 30 होटलों के फायर अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) को रद्द कर दिया है. साथ ही एमसीडी और दिल्ली पुलिस से संबंधित होटलों को सील करने के लिए कहा है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार दिल्ली सरकार के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन ने बीते शुक्रवार को बताया कि अर्पित होटल का अग्निकांड पूरी दिल्ली के लिए एक बड़ा सबक साबित हुआ है. 14 फरवरी को 22 होटलों में से 17 में गड़बड़ियां मिली थी भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सरकार ने करोल बाग के होटलों की जांच कराई है. 13 फरवरी को दिल्ली सरकार की एक टीम ने 23 होटलों की जांच की. इसमें से 13 होटल मानकों पर खरे नहीं उतरे. प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार ने इनकी फायर एनओसी रद्द कर दी है जबकि अगले दिन 14 फरवरी को 22 होटलों में से 17 में गड़बड़ियां मिली थी. इनकी एनओसी भी रद्द कर दी गई है. करोल बाग में जांच अभियान अभी भी जारी है. आने वाले दिनों में पूरी दिल्ली के होटलों की जांच होगी. होटलों को सील कर देने के लिए एमसीडी को पत्र लिखा गया है सत्येंद्र जैन के मुताबिक जिन होटलों की फायर एनओसी रद्द की गई है वह अब आगे इसे नहीं चला सकेंगे. इन्हें सील कर देने के लिए एमसीडी को पत्र लिखा गया है. सरकार आगे भी इन पर हुई कार्रवाई पर नजर रखेगी. सत्येंद्र जैन का कहना है कि सरकार एनओसी के नियमों में बदलाव करने जा रही है. अगले सप्ताह इस पर रिपोर्ट तैयार होगी. इसके तहत होटल के गलियारों में लकड़ी और प्लास्टिक शीट पर सख्त रोक लगेगी. सत्येंद्र जैन ने कहा कि अर्पित होटल में आग लगने के काफी देर बाद दमकल विभाग को सूचना मिली थी. अगर सही समय पर विभाग को पता चल जाता तो हादसा इतना बड़ा न होता. आग में एक बच्चे सहित 17 लोगों की मौत हो गई थी सत्येंद्र जैन ने होटल मालिक के अभी तक गिरफ्तारी न हो पाने पर सवाल उठाए हैं. साथ ही बताया कि अभी मजिस्ट्रेट जांच चल रही है. इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी. आपको बता दें कि बीते मंगलवार ही दिल्ली के करोल बाग स्थित होटल अर्पित पैलेस में भीषण आग लग गई थी. आग की चपेट में आने से एक बच्चे सहित 17 लोगों की मौत हो गई थी जबकि तीन गंभीर रूप से झुलस गए थे. वहीं, फायरकर्मियों ने करीब 35 लोगों को बाहर सुरक्षित निकाल लिया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है और मरने वाले लोगों के परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है.
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