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महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी और शिवसेना के बीच सीटों के तालमेल को लेकर सहमति बनने के बाद कांग्रेस ने सोमवार को कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि यह महामिलावट है या फिर महाभय. कांग्रेस ने यहां तक आरोप लगाया है कि बीजेपी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का डर दिखाकर शिवसेना को अपने साथ चुनावी गठबंधन करने के लिए मनाया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर कहा, 'पहले बिहार, फिर महाराष्ट्र और अब तमिलनाडु, एक के बाद एक बीजेपी गठबंधन बनाने में लगी है.' उन्होंने कहा, 'सबसे बड़ा महासवाल- यह महामिलावट है या महाभय?' दोनों दलों के बीच गठबंधन के संबंध में घोषणा के बाद पुणे में राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष विखे पाटिल ने कहा, 'मेरे पास सूचना है कि बीजेपी ने शिवसेना को प्रवर्तन निदेशालय का डर दिखाकर गठबंधन करने को मजबूर किया है.' Just a few of the times @ShivSena has criticised the Modi govt., even as recently as today. This is BJP's idea of a holy alliance. pic.twitter.com/RUgCZhxSrB — Congress (@INCIndia) February 18, 2019 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि ये गठबंधन दिखाता है कि सत्तारूढ़ गठबंधन चुनाव हारने के डर से साथ आया है. चुटकी लेते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख अशोक चव्हाण ने कहा कि यह चुनावी गठबंधन 'राफेल चोर और सत्ता लोलुप दल' के बीच तालमेल है. शिवसेना पर कटाक्ष करते हुए चव्हाण ने कहा, 'टाइगर भी लाचार है.' गौरतलब है कि महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से बीजेपी 25 पर और शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दोनों पार्टियां गठबंधन के अन्य सहयोगियों को उनके हिस्से की सीटें देने के बाद इस साल प्रस्तावित 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा में बराबर बराबर सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगी.
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