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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'मन की बात' (Mann ki Baat) कार्यक्रम के 53वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया. मन की बात में पीएम मोदी ने कहा- भारत-माता की रक्षा में, अपने प्राण न्योछावर करने वाले, देश के सभी वीर सपूतों को, मैं नमन करता हूं. यह शहादत, आतंक को समूल नष्ट करने के लिए हमें निरंतर प्रेरित करेगी, हमारे संकल्प को और मजबूत करेगी. उन्होंने कहा- हमारे सशस्त्र बल हमेशा ही अद्वितीय साहस और पराक्रम का परिचय देते आए हैं. शांति की स्थापना के लिए जहां उन्होंने अद्भुत क्षमता दिखाई है वहीं हमलावरों को भी उन्हीं की भाषा में जबाव देने का काम किया है. भारत-माता की रक्षा में, अपने प्राण न्योछावर करने वाले, देश के सभी वीर सपूतों को, मैं नमन करता हूँ। यह शहादत, आतंक को समूल नष्ट करने के लिए हमें निरन्तर प्रेरित करेगी, हमारे संकल्प को और मजबूत करेगी: पीएम @narendramodi #MannKiBaat pic.twitter.com/j0Ll4GTAqO — BJP (@BJP4India) February 24, 2019 पुलवामा के आतंकी हमले में, वीर जवानों की शहादत के बाद देश-भर में लोगों को, और लोगों के मन में, आघात और आक्रोश है: पीएम @narendramodi #MannKiBaat pic.twitter.com/Sqrnf8Ii78 — BJP (@BJP4India) February 24, 2019 मुझे आश्चर्य भी होता था और पीड़ा भी कि भारत में कोई National War Memorial नहीं था। एक ऐसा मेमोरियल, जहाँ राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों की शौर्य-गाथाओं को संजो कर रखा जा सके। मैंने निश्चय किया कि देश में, एक ऐसा स्मारक अवश्य होना चाहिये: पीएम pic.twitter.com/LxtdbqDFgX — BJP (@BJP4India) February 24, 2019 उन्होंने कहा-पुलवामा के आतंकी हमले में वीर जवानों की शहादत के बाद देश-भर में लोगों को, और लोगों के मन में, आघात और आक्रोश है. पीएम मोदी ने कहा- मुझे आश्चर्य भी होता था और पीड़ा भी कि भारत में कोई National War Memorial नहीं था. एक ऐसा मेमोरियल, जहां राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों की शौर्य-गाथाओं को संजो कर रखा जा सके. मैंने निश्चय किया कि देश में, एक ऐसा स्मारक अवश्य होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा- राष्ट्रीय सैनिक स्मारक का डिजाइन, हमारे अमर सैनिकों के अदम्य साहस को प्रदर्शित करता है. राष्ट्रीय सैनिक स्मारक का concept, Four Concentric Circles यानी चार चक्रों पर केंद्रित है- अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र, रक्षक चक्र. मैं आशा करता हूं कि आप राष्ट्रीय सैनिक स्मारक और National Police Memorial को देखने जरूर जाएंगे. आप जब भी जाएं वहां ली गई अपनी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर अवश्य शेयर करें ताकि दूसरें लोग इस मेमोरियल को देखने के लिए उत्सुक हों. राष्ट्रीय सैनिक स्मारक का डिजाईन, हमारे अमर सैनिकों के अदम्य साहस को प्रदर्शित करता है। राष्ट्रीय सैनिक स्मारक का concept, Four Concentric Circles यानी चार चक्रों पर केंद्रित है- अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र, रक्षक चक्र: पीएम @narendramodi #MannKiBaat pic.twitter.com/NPmO91Rnpd — BJP (@BJP4India) February 24, 2019 उन्होंने आगे कहा- जमशेद जी टाटा ने देश को बड़े-बड़े संस्थान दिए हैं. वे जानते थे कि भारत को sci, tech, industry का हब बनाना भविष्य के लिए आवश्यक है. ये उनका ही विजन था जिससे Tata Institute of Science की स्थापना हुई, Tata Steel जैसे कई विश्वस्तरीय संस्थान, उद्योगों की स्थापना हुई. हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी भाई देसाई का जन्म 29 फरवरी को हुआ था. सहज, शांतिपूर्ण व्यक्तित्व के धनी, मोरारजी भाई देश के सबसे अनुशासित नेताओं में से थे. मोरारजी भाई देसाई के कार्यकाल के दौरान ही 44वां संविधान संशोधन लाया गया था. यह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि emergency के दौरान जो 42वां संशोधन लाया गया था, जिसमें सुप्रीमकोर्ट की शक्तियों को कम करने और दूसरे ऐसे प्रावधान थे, उनको वापिस किया गया. जमशेद जी टाटा ने देश को बड़े-बड़े संस्थान दिए हैं। वे जानते थे कि भारत को sci, tech, industry का हब बनाना भविष्य के लिए आवश्यक है। ये उनका ही विजन था जिससे Tata Institute of Science की स्थापना हुई, Tata Steel जैसे कई विश्वस्तरीय संस्थान, उद्योगों की स्थापना हुआ: पीएम #MannKiBaat pic.twitter.com/6FxUt0Ublt — BJP (@BJP4India) February 24, 2019 मोरारजी भाई देसाई के कार्यकाल के दौरान ही 44वाँ संविधान संशोधन लाया गया। यह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि emergency के दौरान जो 42वाँ संशोधन लाया गया था, जिसमें सुप्रीमकोर्ट की शक्तियों को कम करने और दूसरे ऐसे प्रावधान थे, उनको वापिस किया गया: पीएम @narendramodi #MannKiBaat pic.twitter.com/RykIya7Dsc — BJP (@BJP4India) February 24, 2019 पीएम ने कहा- मैं आज आप सब के साथ एक ऐसे दिल को छूने वाले अनुभव के बारे में बात करना चाहता हूं जो पिछले कुछ दिनों से मैं महसूस कर रहा हूं. कुछ दिन पहले मैं काशी गया था. वहां मुझे दिव्यांग भाई-बहनों के साथ समय बिताने का मौका मिला था. उनसे कई विषयों पर चर्चा हुई और उनका आत्मविश्वास वाकई प्रभावित करने वाला और प्रेरक था. पीएम मोदी ने बताया- दोस्तों, चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव होता है. अगले दो महीने, हम सभी चुनाव की गहमा-गहमी में व्यस्त होगें. मैं स्वयं भी इस चुनाव में एक प्रत्याशी रहूंगा. स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा का सम्मान करते हुए अगली #MannKiBaat मई महीने के आखरी रविवार को होगी. उन्होंने कहा- मैं लोकसभा चुनाव के बाद एक नए विश्वास के साथ आपके आशीर्वाद की ताकत के साथ फिर एक बार #MannKiBaat के माध्यम से हमारी बातचीत के सिलसिले का आरंभ करूंगा और सालों तक आपसे मन की बात करूंगा. फिर एक बार आप सबका हृदय से बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं.
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