Kumbha 2019: बसंत पंचमी पर 12 घंटों में 70 लाख लोगों ने गंगा में डुबकी लगाई

advertise here
Read Full Article from Here

लेटेस्ट खबरें हिंदी में, अजब - गजब, टेक्नोलॉजी, जरा हटके, वायरल खबर, गैजेट न्यूज़ आदि सब हिंदी में

कुंभ मेले के तीसरे और अंतिम शाही स्नान के लिए बसंत पंचमी पर रविवार को रात 12 बजे से दोपहर 12 बजे तक करीब 70 लाख लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई. इस दौरान साधु-संतों और श्रद्धालुओं पर हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई. ज्योतिषियों के अनुसार, बसंत पंचमी स्नान का मुहूर्त शनिवार सुबह 8 बज कर 55 मिनट से रविवार सुबह 10 बजे तक था. इसे देखते हुए स्नानार्थियों का रेला शनिवार से ही कुम्भ मेले की ओर आ रहा है और लोग शनिवार से ही स्नान कर रहे हैं. कुम्भ कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार को सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक करीब 93 लाख लोग कुंभ मेले में आए और रविवार को रात 12 बजे से दोपहर 12 बजे तक मेले में करीब 70 लाख लोग आए. शहर में ट्रैफिक शनिवार रात से ही बंद होने की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से पैदल ही मेले में आना पड़ा. हालांकि गंगा में डुबकी लगाने की इच्छा और उत्साह ने थकावट को मात दे दी. लगभग 3200 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले मेला क्षेत्र में हर ओर श्रद्धालु ही नजर आ रहे हैं. भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवानों की मदद के लिए आरपीएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी, और आईटीबी समेत अर्ध सैनिक बलों की टुकड़ियां मुस्तैदी के साथ अपने काम को अंजाम देने में जुटी हैं. कुंभ के तीसरे शाही स्नान पर्व की शुरुआत परंपरा के मुताबिक श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा ने की. इसके साथ श्री पंचायती अटल अखाड़ा ने भी संगम में डुबकी लगाई. भोर 5 बज कर 35 मिनट पर पहला शाही स्नान महानिर्वाणी अखाड़ा ने किया. उसके साथ अटल अखाड़ा भी था. बाद में सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा और तपोनिधि श्री पंचायती आनन्द अखाड़ा ने शाही स्नान किया. आठ बजे श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा और श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा ने एक साथ शाही स्नान किया. इसके बाद बैरागी अखाड़ों के शाही स्नान का क्रम शुरू हुआ. इसमें सबसे पहले अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा, उसके बाद अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा और अखिल भारतीय पंच निर्मोही अनी अखाड़ा ने शाही स्नान किया. आठ किलोमीटर के दायरे में स्नान के लिए 40 घाट बनाए गए हैं जिससे श्रद्धालुओं को स्नान में कोई असुविधा न हो. सुरक्षा की दृष्टि से मेला क्षेत्र में करीब 400 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जबकि 96 फायर वॉच टावर में तैनात जवान भीड़ को नियंत्रित करने के साथ साथ अवांछनीय तत्वों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. मेला क्षेत्र को 10 जोन में बांटकर सुरक्षा बलों की 37 कंपनियां तैनात की गई हैं. अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए 10 कंपनी एनडीआरएफ की तैनाती भी की गई हैं.

from Latest News अभी अभी Firstpost Hindi Read Full Article
via Firstpost Rss

Click to comment