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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण कोरिया की अपनी यात्रा पर हैं. शुक्रवार को उन्हें यहां सोल पीस प्राइज से सम्मानित किया गया. यहां उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून-जे-इन से मिलकर दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा जैसे अहम क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने को लेकर भी बातचीत की. शुक्रवार को पीएम मोदी को यहां शांति के क्षेत्र में योगदान देने के लिए सोल पीस प्राइज से सम्मानित किया गया. Seoul, South Korea: Prime Minister Narendra Modi awarded the Seoul Peace Prize pic.twitter.com/fqAB5zeTAt — ANI (@ANI) February 22, 2019 पीएम ने इस सम्मान से सम्मानित किए जाने के बाद इसे भारतीयों को समर्पित कर दिया. उन्होंने कहा कि 'ये सम्मान मेरा निजी नहीं है. ये भारत के लोगों का है. पिछले पांच सालों में भारत और उसके लोगों ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, ये उनका सम्मान है.' PM Narendra Modi on receiving Seoul Peace Prize: This award does not belong to me personally but to the people of India, the success India has achieved in the last 5 years, powered by the skill of 1.3 billion people pic.twitter.com/YHyLvvpqla — ANI (@ANI) February 22, 2019 पीएम ने ये भी कहा कि ये बात भी बहुत खास है कि ये सम्मान उन्हें उस साल मिल रहा है, जब हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहे हैं. पीएम ने कहा कि मेरी यह कोरिया यात्रा ऐसे महत्वपूर्ण समय में हो रही है, जब महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही है और कोरिया में लोकतंत्र के आंदोलन का शताब्दी समारोह भी मनाया जा रहा है. महात्मा गांधी स्मरणोत्सव संग्रह के लिए राष्ट्रपति मून द्वारा लिखी गई श्रद्धांजलि के लिए मैं उनका आभारी हूं. PM Narendra Modi: I am honoured that this award is being conferred on me in the year that we celebrate the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi #SeoulPeacePrize pic.twitter.com/9AGAEVHl0X — ANI (@ANI) February 22, 2019 #WATCH Live from Seoul, South Korea: PM Modi's address on receiving the Seoul Peace Prize https://t.co/OJsjaYtRQ8 — ANI (@ANI) February 22, 2019 बता दें कि पीएम मोदी दक्षिण कोरिया के साथ भारत के रणनीतिक समझौतों को मजबूत करने के लिए यहां की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. प्रधानमंत्री मोदी का ‘द ब्लू हाउस’ में आधिकारिक रूप से रस्मी स्वागत किया गया. यह राष्ट्रपति का कार्यकारी कार्यालय और आधिकारिक आवास है. मोदी ने दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जंग-सूक से भी मुलाकात की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'दोनों नेताओं ने व्यापार औक निवेश, रक्षा और सुरक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, स्टार्टअप क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर रचनात्मक बातचीत की.' यहां आतंक के खिलाफ सहयोग पर जोर देते हुए मोदी ने कहा, 'मैं पिछले हफ्ते हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति मून की ओर से प्रकट किए गए शोक और समर्थन के लिए आभारी हूं. हम आतंकवाद के खिलाफ अपने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.' मोदी ने कहा, 'आज भारत के गृह मंत्रालय और कोरिया की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के बीच हुआ करार (एमओयू) आतंकी गतिविधियों के खिलाफ हमारे सहयोग को और आगे बढ़ाएगा." उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि विश्व समुदाय भी बातों से आगे बढ़कर इस समस्या के विरोध में एकजुट हो और कार्रवाई करे' प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत के आर्थिक परिवर्तन में हम कोरिया को एक बहुमूल्य भागीदार मानते हैं. हमारे निवेश और व्यापारिक संबंध बढ़ रहे हैं. आज राष्ट्रपति मून और मैंने 2030 तक हमारे द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 50 अरब डॉलर तक ले जाने को लेकर एक बार फिर प्रतिबद्धता जताई है.' उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादन में उल्लेखनीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए भारत और दक्षिण कोरिया ने रक्षा प्रौद्योगिकी और सह-उत्पादन की रूपरेखा बनाने पर भी सहमति जताई है. इसके तहत हम भारत में बना रहे रक्षा औद्योगिक गलियारों में कोरियाई कंपनियों की भागीदारी का स्वागत करेंगे. पिछले साल जुलाई में हमें राष्ट्रपति मून का भारत में स्वागत करने का अवसर मिला. हम ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन और जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन के दौरान भी मिले. मैंने अनुभव किया कि भारत की ईस्ट एक्ट नीति और कोरिया की नई दक्षिण नीति ने हमारी विशेष सामरिक भागीदारी को मजबूत करने और गहरा करने का एक मंच दिया है. भारत-प्रशांत के संबंध में भारत का नजरिया समावेशी, आसियान केन्द्रित और साझी समृद्धि पर विशेष जोर देता है. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भारत और कोरिया साझा मूल्यों और हितों के आधार पर पूरे क्षेत्र एवं विश्व के लाभ के लिए मिलकर काम कर सकते हैं. मोदी ने कहा कि 'दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क संबंधों को और अधिक मजबूत करने के लिए हमने भारत में कोरिया के नागरिकों के लिए 'आगमन पर वीजा' की सुविधा पिछले साल अक्टूबर से शुरू कर दी है. कोरिया ने भारतीयों के लिए समूह वीजा के सरलीकरण का निर्णय किया, जिसका मैं स्वागत करता हूं. इससे हमारे द्विपक्षीय पर्यटन का विकास होगा.' (एजेंसी से इनपुट के साथ)
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