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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्वास जताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति जल्द खत्म हो जाएगी और उनके पास कुछ अच्छी खबरें हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका परमाणु हथियारों से लैस दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव घटाने में मदद करने की कोशिश कर रहा है. उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ अपनी दूसरी शिखर बैठक खत्म होने के बाद अपने शुरुआती बयान में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के पास पाकिस्तान और भारत से कुछ समुचित आकर्षक खबरें हैं. ट्रंप ने कहा, 'हम उन्हें (भारत और पाकिस्तान को) रोकने में मदद करने के प्रयास में शामिल हैं और हमारे पास कुछ अच्छी खबरें हैं.' भारत और पाकिस्तान के एक-दूसरे के लड़ाकू विमान को मार गिराने के दावे के बाद ट्रंप ने अपनी पहली टिप्पणी में कहा, 'मैं उम्मीद करता हूं कि यह (तनाव) खत्म होने वाला है.' उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के जरिए पुलमावा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला करने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि (भारत और पाकिस्तान के बीच) काफी नाराजगी है. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की. पुलवामा आतंकी हमला और बालाकोट में जैश के आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंधों में तनाव आने के मद्देनजर उनकी यह बातचीत हुई. समझा जाता है कि पोम्पियो और डोभाल ने फोन पर क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में चर्चा की. विदेश मंत्री के कार्यालय ने इसकी पुष्टि की. हालांकि, पोम्पियो और डोभाल के बीच फोन पर हुई बातचीत के बारे में कोई अन्य ब्यौरा नहीं है. वहीं, पेंटागन ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी कार्यवाहक रक्षा मंत्री पैट्रिक शानहन तनाव दूर करने की कोशिशों पर काम कर रहे हैं और वह भारत और पाकिस्तान से और अधिक सैन्य कार्रवाई से बचने का अनुरोध कर रहे हैं. बयान में कहा गया है कि पैट्रिक भारत-पाक तनाव पर पोम्पियो, अमेरिकी एनएसए जॉन बोल्टन, ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ जोसेफ डनफोर्ड और यूएस सेंट्रल कमान के कमांडर जनरल जोसेफ वोटेल के संपर्क में थे. अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान को आतंकी पनाहगाहों को नामंजूर करने और आतंकी संगठनों को धन मुहैया कराने को बंद करने के लिए उसकी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबद्धताओं का भी पालन करने को कहा है. भारत ने 26 फरवरी को सुबह बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया था. इस अभियान में बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादी, प्रशिक्षक, वरिष्ठ कमांडर और प्रशिक्षण हासिल कर रहे जिहादी मारे गए थे. इसके बाद पाकिस्तान ने अगले दिन 27 फरवरी को भारत के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया था और एक भारतीय पायलट को गिरफ्तार करने का दावा किया था. इस पुरे मामले की शुरुआत पुलवामा हमले से हुई थी. 14 फरवरी को हुए जैश के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
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