लेटेस्ट खबरें हिंदी में, अजब - गजब, टेक्नोलॉजी, जरा हटके, वायरल खबर, गैजेट न्यूज़ आदि सब हिंदी में
मजबूत शुरुआत और ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती चार ओवर में लड़खड़ाने के बावजूद विराट कोहली की टीम को मोहाली ने हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया ने चौथे वनडे में भारत को चार विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज को 2-2 से बराबर कर दिया है और सीरीज की विजेता टीम का फैसला बुधवार को होगा. यह किसी भी टीम का भारत के खिलाफ वनडे में सबसे अधिक सफल रन-चेस है. उस्मान ख्वाजा और पीटर हैंड्सकॉम्ब के बीच 192 रन की पार्टनरशिप शिखर धवन और रोहित शर्मा के बीच हुई 193 रन की पार्टनरशिप पर भारी पड़ी. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने नौ विकेट पर 358 रन बनाए और कंगारु टीम के सामने 359 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा, जिसे मेहमान टीम ने 13 गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया. पैट कमिंस ने पांच और रिचर्डसन ने तीन विकेट लिए, जबकि भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए. और खराब होती गई फील्डिंग रांची वनडे में भी भारत के लिए चिंता का सबसे अहम हिस्सा फील्डिंग ही थी, जो मोहाली में और खराब होती गई. दबाव में आने के बाद तो टीम ने गलतियां करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. धोनी की जगह टीम में शामिल किए गए ऋषभ पंत एक बार फिर खराब विकेटकीपिंग के कारण चर्चा में आ गए. पंत ने एक या दो बार नहीं बल्कि कई बार मौके गंवाए. वहीं आखिरी के ओवर्स में पहले केदार जाधव ने डीप मिड विकेट पर टर्नर का कैच छोड़ा तो इसके बाद धवन ने टर्नर का कैच छोड़ दिया. महंगे रहे भारत के तीन ओवर भारत के लए तीन ओवर काफी महंगे रहे. इन तीन ओवर में भारत ने 54 रन लुटाए. गेंदबाजों के रन लुटाने का सिलसिला 45वें ओवर से शुरू हुआ. भुवी ने इस ओवर में 20 रन दिए. इसके अगले ओवर में बुमराह ने 16 रन दिए और इसके बाद एक बार फिर भुवी ने 18 रन लुटा दिए. डेथ ओवर्स में यही रन भारत को भारी पड़ गए. बड़े झटकों के बाद ख्वाजा और हैंड्सकॉम्ब ने संभाली पारी हालांकि भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती चार ओवर में ही दो बड़े दे दिए थे, लेकिन इसके बाद वह ख्वाजा और हैंड्सकॉम्ब को अपने जाल में समय रहते नहीं फंसा पाए और मैच हाथ से निकल गया. तीन रन पर भुवी ने मेहमान कप्तान फिंच को डक कर दिया और इसके बाद चौथे ओवर में बुमराह ने शॉन मार्श 6 को बोल्ड कर दिया. उस समय कंगारु टीम का स्कोर उस समय 12 रन पर दो विकेट हो गया था, लेकिन इस बाद ख्वाजा 91 और हैंड्सकॉम्ब 117 ने 192 रन की पार्टनरशिप करके पारी को संभाल लिया. उनके जाने के बाद टीम को जीत के दहलीज तक एश्टन टर्नर लेकर आए. टर्नर ने नाबाद 84 रन की पारी खेली. रोहित और धवन के अलावा कोई नहीं टिक पाया क्रीज पर लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे शिखर धवन 143 ने मोहाली ने अपनी लय हासिल की और अपने वनडे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली. उन्होंने रोहित शर्मा के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 193 रन की साझेदारी की. रोहित का विकेट गिरने के बाद धवन ने केएल राहुल के साथ मिलकर 61 रन की पार्टनरशिप की. इन दो साझेदारी के अलावा कोई और बल्लेबाज 30 रन से अधिक की पार्टनरशिप नहीं कर पाया. राहुल और पंत के बीच 30 रन की पार्टनरशिप हुई थी. धवन और रोहित के अलावा पंत 36 ने सर्वाधिक रन बनाए. कप्तान कोहली सात रन ही बना सके.
from Latest News अभी अभी Firstpost Hindi Read Full Article
via Firstpost Rss