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समाज की पुरानी धारणा है कि डॉक्टर की औलाद डॉक्टर बनती है, इंजीनियर की औलाद इंजीनियर और एक्टर की औलाद एक्टिंग में ही अपनी किस्मत आजमाती है। राजनीति भी इस धारणा से अछूती नहीं है। हालांकि ऐसे भी कुछ उदाहरण देखने को मिले हैं जब औलाद अपने पिता की शोहरत को छोड़ कर अपनी मंजिल खुद बनाने के लिए निकल पड़े। आज हम आपको पॉलिटिक्स टू सिनेमा के ऐसे ही कुछ लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने पिता की सियासत को छोड़ सिनेमा का दामन थामा।
राहुल महाजन- बीजेपी के कद्दावर नेता रहे प्रमोद महाजन के बेटे राहुल महाजन अपनी शोहरत से ज्यादा विवादों के कारण चर्चा में रहे। पिता की मौत के बाद उन्होंने एक-एक कर कई रियलिटी शोज में अपनी किस्मत आजमाई। राहुल 'बिग बॉस' से लेकर 'राहुल दुल्हनियां ले जाएंगे' जैसे रियलिटी शोज में नजर आ चुके हैं। हाल में वह अपनी पर्सनल लाइफ के कारण भी बेहद चर्चा मे रहे।
चिराग पासवान- लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान वैसे तो इन दिनों राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन उन्होंने कभी अपना लक बॉलीवुड में भी आजमाया था। वह साल 2011 में रिलीज हुई फिल्म 'मिले ना मिले हम' में लीड एक्टर के तौर पर नजर आ चुके हैं।
रितेश देशमुख- इस लिस्ट में एक्टर रितेश देशमुख का नाम सबसे ऊपर आता है। उनके पिता विलास रॉव देशमुख महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके थे। लेकिन रितेश ने अपने पिता के नक्शे कदम पर ना चलते हुए अपनी मंजिल खुद बनाने की ठानी और बॉलीवुड को अपने कॅरियर के तौर पर चुना।
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