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बॉलीवुड में राकेश रोशन का नाम एक ऐसे फिल्मकार रूप में शुमार किया जाता है जो अपनी निर्मित फिल्मों से करीब चार दशक से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे है। उनके पिता रोशन फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर संगीतकार थे। राकेश रोशन ने 1970 में 'घर-घर की कहानी' से अपने फिल्म कॅरियर की शुरूआत की। नायक के तौर पर उनकी पहली फिल्म 1971 में प्रदर्शित फिल्म 'पराया धन'थी, जो सुपरहिट रही। इसके बाद राकेश रोशन ने कई फिल्मों में अभिनय किया लेकिन खास सफल नहीं रहे। अभिनय में अपेक्षित कामयाबी हासिल नहीं कर पाने के बाद राकेश रोशन ने 1980 में 'आपके दीवाने' फिल्म के जरिए निर्माण के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने कामचोर (1982) फिल्म बनाई। इन दोनों फिल्मों में उन्होंने अभिनय भी किया।

के. विश्वनाथ के निर्देशन में बनी फिल्म कामचोर के सुपरहिट होने के बाद उन्हें यह लगा कि 'के' अक्षर उनके लिए 'लकी' है और उन्होंने अपनी आगामी सभी फिल्मों के नाम.. के अक्षर से रखने शुरू कर दिए। इस अक्षर से शुरू होने वाली उनकी फिल्में हैं खुदगर्ज, खून भरी मांग, काला बाजार, किशन कन्हैया, कोयला, करण अर्जुन, कहो ना प्यार है, कोई मिल गया, क्रिश, क्रेजी4, किंग अंकल., काइट्स आदि। इनमें खुदगर्ज, खून भरी मांग., करण अर्जुन, कहो ना प्यार है, कोई मिल गया, और क्रिश, किश 3, काबिल आदि हैं।

राकेश रोशन ने अपने पुत्र ऋतिक रोशन को फिल्म इंडस्ट्री में फिल्म 'कहो ना प्यार है' (2000) से लांच किया। यह फिल्म उनकी सबसे बड़ी हिट फिल्मों में शामिल है। इस फिल्म से जुड़ा यह तथ्य भी रोचक है कि सर्वाधिक पुरस्कार पाने वाली बालीवुड की फिल्म होनेपर इसे लिम्का बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड में भी शामिल किया गया है। वर्ष 2003 में प्रदर्शित 'कोई मिल गयाÓ फिल्म राकेश रोशन के निर्माता और निर्देशन में बनी महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है। इसी तरह इस फिल्म का सीक्वल क्रिश और तीसरा संस्करण क्रिश 3 भी उनकी बेहद कामयाब फिल्मों में है। जिसने छोटे बच्चों से लेकर बड़े दर्शकों तक का भरपूर मनोरंजन किया था।
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