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नई दिल्ली। फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर ( Gangs of wasseypur ) में अपने दमदार किरदार से पहचान बनाने वाली हुमा कुरैश ( Huma qureshi ) आज इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। अपनी इस कामयाबी का श्रेय वो किसी और को नहीं बल्कि अपनी मां को देती हैं। जी हां, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस ( International World Women’s Day ) पर हुमा ने अपने दिल की बात शेयर करते हुए कहा कि 'मैंने अपनी जिंदगी में जो भी हासिल किया है उसके पीछे उनकी मां का हाथ है। उन्होंने बताया कि उनकी मम्मी कश्मीरी थी और एक हाउस वाइफ थीं। लेकिन उसके बावजूद उन्होंने हमेशा हमें पैशन को फॉलो करने की बात कही।'

हिंदी सिनेमाजगत में महिलाओं का योगदान एक बड़ी मात्रा में है। इंडस्ट्री में महिलाओं के स्ट्रागल और मेहनत पर हुमा का मानना है कि नीना गुप्ता ( Neena Gupta ) और शाबना आजमी ( Shabana Azmi ) एक ऐसी एक्ट्रसेस हैं जिन्होंने कई नई अभिनेत्रियों के लिए रास्ते खोले हैं। बेशक आज हम उन्हें इस बात का श्रेय नहीं देते है या फिर उन्हें अनदेखा कर देते हैं लेकिन सच यही है कि हम लोग उनके आभारी हैं। उन्हीं के लक्ष्य कदम पर चलकर हमने अपना मुकाम हासिल किया है। वो सभी के लिए एक प्रेरणा हैं।

सिनेमा हमेशा से ही समाज का आईना माना जाता है। बॉलीवुड में बन रही फिल्मों के ऊपर समाज की एक जिम्मेदारी भी होती है। हुमा ने कहा कि वो मानती हैं कि समाज पर फिल्मों का असर बेहद जल्दी होता है। लेकिन फिल्म इंडस्ट्री पर इस जिम्मेदारी को थोपना नहीं चाहिए। उनका ये भी कहना है कि समाज को सुधारने की सारी जिम्मेदारी बॉलीवुड या फिर फिल्मों पर ही क्यों होनी चाहिए?
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