लेटेस्ट खबरें हिंदी में, अजब - गजब, टेक्नोलॉजी, जरा हटके, वायरल खबर, गैजेट न्यूज़ आदि सब हिंदी में

नई दिल्ली | भारत में कोरोना वायरस (coronavirus) के कहर के चलते लॉकडाउन चल रहा है, जिसके चलते रामानंद सागर (Ramanand Sagar) की रामायण (Ramayan) ने घरों में फिर से दस्तक दे दी है। साथ ही इसे दर्शकों का फिर से उतना ही प्यार भी मिल रहा है लेकिन 80 के दशक में बनने वाली रामायण में कई ऐसे सीन्स दिखाई दिए जो उस दौर में बेहद ही मुश्किल मालूम पड़ते हैं। सीरियल में कई ऐेसे स्पेशल इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं जो रामायण बनाने वालों के लिए आसान नहीं रहे होंगे। दरअसल इन स्पेशल इफेक्ट्स के लिए हॉलीवुड से भी मदद ली गई थी।

रामायण ने जहां टीआरपी के सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। वहीं इससे जुड़ी कई दिलचस्प बातें हैं जो आप नहीं जानते होंगे। रामायण में जो स्पेशल इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं उसके लिए हॉलीवुड प्रोड्यूसर किंग कॉन्ग से मदद ली गई थी। ये बात रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने अपने एक इंटरव्यू में खुद बताई थी कि सीरियल में कई स्पेशल डालने के लिए वो हॉलीवुड गए थे।
इसके अलावा इन इफेक्ट्स को डालने के लिए कई किताबें भी पढ़ी गई तब जाकर ऐसी रामायण बन पाई। हनुमान का संजीवनी बूटी लाना, पुष्पक विमान का उड़ना जैसे कई स्पेशल इफेक्ट्स को इस्तेमाल बिल्कुल रियल लगता है। वहीं राम सेतु का निर्माण वाला सीन गुजरात में नहीं शूट किया गया था क्योंकि वहां नीला समुद्र नहीं मिल पा रहा था। इसलिए इसे चेन्नई में जाकर शूट किया गया।

बता दें कि रामायण सीरियल को शूट करने के दौरान कई बार जूनियर कलाकारों की जरूरत पड़ती थी तो अलग-अलग गांव में घोषणा की जाती थी कि कलाकारों की जरूरत है और फिर उन्हें रख लिया जाता था। रामायण को शूट करने में 550 दिनों से ज्यादा का वक्त लग गया था। यहां तक कि रावण के किरदार के मरने के बाद अरविंद त्रिवेदी के गांव में शोक भी मनाया गया।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal Read Full Article
via Patrika Rss