लता दीदी से संगीत पर चर्चा नहीं करतीं Asha Bhosle, बताई कैसी है दोनों के बीच बॉन्डिंग

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दिग्गज गायिका आशा भोसले (Asha Bhosle) उम्र के इस दौर में भी सक्रिय हैं। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया। इसके अलावा उन्होंने कोरोना वॉरियर्स पर आधारित एक सॉन्ग में भी अपनी आवाज दी। हाल ही एक इंटरव्यू में आशा भोसले ने बड़ी बहन लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के साथ बॉन्डिंग, पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर बाति की। उनक कहना है कि आमतौर पर हम दोनों बहनों में शायद ही कभी संगीत को लेकर चर्चा होती होगी।


फिल्म का विषय नहीं बनना चाहतीं

दोनों दिग्गज गायिकाओं पर किताबें लिखी गई हैं, इसलिए क्या आशा चीजों को अगले स्तर पर ले जाते हुए उनके बारे में किसी को कोई बायोपिक बनाने दे सकती हैं? इस सवाल के जवाब में आशा ने कहा,'लता दीदी और मैं शायद ही कभी संगीत पर चर्चा करते हैं। हम एक परिवार हैं और हम रोजमर्रा की बहुत सामान्य चीजों की बात करते हैं। हमारा जीवन निजी और व्यक्तिगत है, जहां तक मेरा सवाल है मैं नहीं चाहूंगी कि हम एक फिल्म का विषय बने।'

लता दीदी से संगीत पर चर्चा नहीं करतीं Asha Bhosle, बताई कैसी है दोनों के बीच बॉन्डिंग

खुद को रख रहीं व्यस्त

कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दौरान भी आशा खुद को व्यस्त रख रही हैंं। उन्होंने कहा, 'मैं अपनी गायकी कर रही हूं। घर पर व्यायाम करना, नए पकवान बनाना, फिल्में देखना और परिवार के साथ समय बिता रही हूं। मैंने अपने नए यूट्यूब चैनल को लॉन्च किया। दूसरे शब्दों में कहूं, तो मैं खुद को बहुत व्यस्त रख रही हूं।'

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कई धुनों की रचना की

आशा भोसले म्यूजिक कंपोज (संगीत की रचना) भी कर रही हैं। उन्होंने कहा,'मैंने कई धुनों की रचना की है, लेकिन मैंने गीत नहीं लिखे हैं। इसके बारे में मैं प्रसून जोशी और जावेद अख्तर से कह सकती हूं, ताकि फिर इसे रिकॉर्ड करके अपने यूट्यूब पर शेयर कर सकूं।' कई हिट रचनाएं करने वाले दिवंगत पति का जिक्र करते हुए कहा, 'मेरे पास दिवंगत श्री राहुल देव बर्मन की अपने पीछे छोड़ी गई कई महान धुनें हैं।' बता दें कि आशा ने लॉकडाउन के बीच हाल ही में प्रशंसकों के साथ संवाद करने और अपने जीवन के कई दिलचस्प पहलूओं को उजागर करने के लिए अपना यूट्यूब चैनल लॉन्च किया है।

पहला गाना 1943 में

86 वर्षीय आशा ने ने कहा, 'मेरी पीढ़ी से कोई नहीं है, जो अब उस युग का वर्णन कर सके। मेरा पहला गाना ब्रिटिश भारत में साल 1943 में रिकॉर्ड किया गया था। मैंने भारत का विभाजन देखने के साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध, कई महामारियों और संघर्षों वाला काल देखा है। इसलिए यूट्यूब चैनल के माध्यम से बताने के लिए कई किस्से हैं।'



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