लेटेस्ट खबरें हिंदी में, अजब - गजब, टेक्नोलॉजी, जरा हटके, वायरल खबर, गैजेट न्यूज़ आदि सब हिंदी में

नई दिल्ली | सुशांत सिंह राजपूत केस में हर रोज नए नए दावे सामने आ रहे हैं। सीबीआई और एनसीबी पूरी तरह के पूछताछ और छानबीन में लगी हुई हैं। इस मामले में ड्रग एंगल सामने आने के बाद एक और नया खुलासा हुआ है। रिया की ड्रग चैट में ये पता लगाने की कोशिश की जा रही थी कि आखिर उन्हें अवैध रूप से ड्रग्स सप्लाई कौन करता था। जिसमें अब डार्कनेट कनेक्शन सामने आया है। एनसीबी के मुताबिक, रिया की ड्रग चैट से इतना तो साफ है कि वो इसकी काफी जानकारी रखती हैं। वो कोडवर्ड में बात भी करती हैं, किस ड्रग का क्या असर है इस बारे में भी जानती हैं। रिया साल 2017 से सैमुअल मिरांडा से वीड, मारिजुआना, सीबीडी जैसे ड्रग्स के बारे में चैट कर रही थीं। अब सामने आया है कि जिस ड्रग पैडलर से रिया ड्रग लेती थीं वो डार्कनेट के जरिए इसे मंगाता था।
पहले इस शब्द डार्कनेट के बारे में जान लीजिए। दरअसल, डार्कनेट क्राइम की दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म माना जाता है। इसके जरिए सिर्फ ड्रग्स ही नहीं बल्कि कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और ऐसे कोई भी वारदार को अंजाम देने के लिए यहां से सामान मिलता है। सुशांत केस में भी ये एंगल सामने आया है। कारण ये है कि डार्कनेट के जरिए फेक आईडी बनाई जाती है और अपने मन मुताबिक चीजें मंगाई जाती है। जिस कारण आरोपी तक पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है। रिया जिस ड्रग पैडलर से ड्रग्स ले रही थीं वो इसी डार्कनेट के जरिए सप्लाई कर रहा था। डार्कनेट के जरिए विदेशों से ड्रग्स मंगा लिया जाता है। बता दें कि पूरी दुनिया में सिर्फ 4 प्रतिशत लोग ही इंटरनेट के स्पेस का इस्तेमाल करते हैं बाकि 94 प्रतिशत स्पेस डार्कने में यूज किया जाता है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal Read Full Article
via Patrika Rss