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नई दिल्ली। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के देहांत के बाद से बॉलीवुड सवालों के कटघरे में खड़ा हो चुका है। नेपोटिज्म, मूवी माफिया, और ड्रग कनेक्शन मुद्दों के बाद से पूरी इंडस्ट्री बदनाम हो चुकी है। यही नहीं केस को सपोर्ट करने के चलते महाराष्ट्र सरकार को भी अलोचनाओं का सामना करना पड़ा। मुंबई पुलिस से लेकर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर केस की तरफ ठीक से ध्यान ना देने की बात कही। वहीं बॉलीवुड इंडस्ट्री को बदनाम करने पर सीएम उद्धव ठाकरे ने अपनी चुप्पी को तोड़ते हुए एक बयान दिया है।
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हिंदी सिनेमा जगत की तारीफ करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि "मुंबई को सांस्कृति राजधानी के तौर पर जाना जाता है। यही नहीं बॉलीवुड में ऐसी फिल्मों का निर्माण हो रहा है। जो हॉलीवुड को कड़ी टक्कर दे रही है। बॉलीवुड में बन रही फिल्मों के दीवाने केवल देश में ही बल्कि पूरी दुनिया में देखने को मिलते हैं। यही नहीं इस फिल्म इंडस्ट्री से लाखों लोगों को रोजगार प्राप्त होता है, लेकिन कुछ लोगों की वजह से इंडस्ट्री बदनाम हो रही है। जिस बात का बहुत ही अफसोस है। कुछ लोग बॉलीवुड को दूसरी जगह ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। जो बिल्कुल भी बर्दाशत नहीं किया जाएगा।"
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आपको बता दें कुछ समय पहले एक्ट्रेस कंगना रनौत ने मुंबई की तुलना पीओके से कर दी थी। अभिनेत्री ने मुंबई में खुद ना सुरक्षित ना महसूस होने की बात भी कही थी। कंगना के इस बयान पर खूब बवाल हुआ था। जिसके बाद बीएमसी ने उनके दफ्तर को अवैध निर्माण के चलते तोड़ गिराया था। जिसके बाद से कंगना और महाराष्ट्र सरकार के बीच एक कोल्ड वॉर जारी है। अक्सर कंगना ट्वीट के माध्यम से सरकार और ऊंचे पदों पर बैठे लोगों पर निशाना साधती हुई नज़र आती हैं।
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