Rajinikanth को कैसे मिला साउथ के भगवान का दर्जा? बेहद कम उम्र में शुरू कर दिया था कुली का काम

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नई दिल्ली | साउथ और बॉलीवुड के सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। फैंस उन्हें भगवान की तरह पूजते हैं। हर साल की तरह 12 दिसंबर को रजनीकांत अपना 70वां जन्मदिन (Rajinikanth Birthday) मनाएंगे। रजनीकांत का स्टारडम सिर्फ टॉलीवुड में ही नहीं बल्कि बॉलीवुड में भी कायम है। वो एक ऐसे सुपरस्टार हैं जिन्हें फैंस सिर्फ उनकी फिल्मों की वजह से ही भगवान नहीं मानते हैं बल्कि लोगों की भलाई करने के लिए भी उन्हें ये दर्जा दिया गया है। रजनीकांत आज जिस मुकाम पर हैं उसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है।

रजनीकांत को उनके फैंस थलाइवा (Thalaiva), साउथ के भगवान जैसे तरह-तरह के नामों से बुलाते हैं। उनका अपना एक अलग स्टाइल है जिसके फैंस दीवाने हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा था जब रजनी के पास पैसे नहीं हुआ करते थे। रजनीकांत की मां रमाबाई का निधन तब हुआ जब वो मात्र 4 साल के थे। बैंगलोर के एक गरीब परिवार में जन्मे रजनी अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। पिता पुलिस में कॉस्टेबल थे। घर की खस्ता हालत देखकर रजनीकांत ने बेहद कम उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था। रजनी ने इस दौरान बस कंडक्टर की नौकरी करने से लेकर कुली तक का काम किया।

रजनीकांत ने एक के बाद एक कई फिल्में की और उनका अलग स्टाइल उनकी पहचान बन गया। रजनीकांत के बोलने का अंदाज और दमदार एक्टिंग ने उन्हें साउथ इंडस्ट्री का सुपरस्टार बना दिया। साउथ इंडस्ट्री के भगवान बनने के बाद रजनीकांत ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखा और फिल्म अंधा कानून से डेब्यू किया। यहां भी उनकी कमाल की एक्टिंग और सिग्नेचर स्टाइल के लोग दीवाने हो गए। उनका सिगरेट को फ्लिप करने वाला स्टाइल लोग आज भी कॉपी करते हैं लेकिन रजनीकांत तो सिर्फ एक ही हैं। रजनीकांत ने अपने करियर में 2.0, इंसाफ कौन करेगा, खून का कर्ज, क्रांतिकारी, मेरी अदालत, जान जॉनी जनार्दन, भगवान दादा, अंधा कानून, चालबाज और इंसानियत का देवता जैसी फिल्मों में काम किया है। रजनीकांत की फीस की बात करें तो वो एशिया में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले एक्टर्स में शुमार हैं। एक फिल्म का वो 80 करोड़ के आसपास चार्ज करते हैं।



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