लेटेस्ट खबरें हिंदी में, अजब - गजब, टेक्नोलॉजी, जरा हटके, वायरल खबर, गैजेट न्यूज़ आदि सब हिंदी में
बालीवुड अभिनेता Raj Babbar का जन्म 23 जून 1952 को उत्तर प्रदेश के टूंडला गांव में हुआ था। वह बचपन से ही एक्टिंग के शौकीन थे। इसीलिए उन्होंने एक्टिंग को ही अपना केरियर बनाया और इसी के साथ उन्होंने राजनीतिक सफर में भी अपनी अलग पहचान बनाई।
यह भी पढ़ें - नापसंद करते हैं जैकी श्रॉफ बेटी कृष्णा के बॉयफ्रेंड को, बोले बेटी के लिए लड़का ढूंढना है मुश्किल।
स्मिता पाटिल के साथ थे ऐसे रिलेशन-
वैसे तो राज बब्बर ने नादिरा जहीर से शादी की थी। लेकिन बाद में वह अभिनेत्री स्मिता पाटिल से प्यार करने लगे। दोनों ने फिल्म भीगी पलकों में एक साथ काम भी किया था। हालांकि इस दौरान उनके दो बच्चे भी थे। लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने स्मिता से शादी का फैसला कर लिया था। दोनों काफी समय लिव इन में भी रहे। लेकिन स्मिता पाटिल की मृत्यु होने के बाद राज बब्बर अपनी वाइफ के पास लौट आए। स्मिता पाटिल के बेटे का नाम प्रतीक बब्बर है। वहीं नादिरा के बच्चे जूही ओर आर्या बब्बर है।
यह भी पढ़ें - जब भूटान ट्रिप के दौरान विराट कोहली से गुस्सा हो गई थी अनुष्का शर्मा।
किस्सा कुर्सी से फिल्मी सफर की शुरुआत-
साल 1977 में राज बब्बर को किस्सा कुर्सी से बॉलीवुड में ब्रेक मिला था। इस फिल्म में उनके साथ रीना रॉय थी। हालांकि उन्हें अपनी पहचान 1980 में आई फिल्म इंसाफ का तराजू से मिली। इस फ़िल्म से वह काफी पॉपुलर हुए। इस फिल्म में उनका रोल एक रेपिस्ट का था। जिसे फिल्म की नायिका गोली मार देती है। राज ने अपने फिल्मी केरियर में सभी तरह के किरदार निभाए।
यह भी पढ़ें- धर्मेंद्र से शादी करने के बाद कभी ससुराल नहीं गई हेमा मालिनी।
प्रमुख नेताओं में होती है राज बब्बर की गिनती-
राज बब्बर की की गिनती कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में होती है। वे लोकसभा के साथ ही राज्यसभा के भी सदस्य रहे हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई की शुरुआत फ़ैज़ ए आम इंटर कॉलेज आगरा से की, उन्होंने रंग कला में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा नई दिल्ली से स्नातक किया।
यह भी पढ़ें - शाहरुख खान और अक्षय कुमार की सालों पुरानी तस्वीर आई सामने क्रिकेट खेलते आए नजर।
ऐसे आए थे सियासी चर्चा में बब्बर-
राज बब्बर पहली बार सियासी चर्चा में तब आए थे। जब उन्होंने साल 2013 में कहा था मुंबई में एक आदमी 12 रुपए में भरपेट खाना खा सकता है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि भारत का गरीब आदमी दो बार का खाना 28 और 32 रुपए में खा सकता है। हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने बयान के लिए अफसोस जताया भी था।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal Read Full Article
via Patrika Rss