किस्सा: जब राजीव गांधी के हाथ में महमूद ने रखे थे 5000 रुपये और कहा था, "तू एक दिन स्टार बनेगा"

advertise here
Read Full Article from Here

लेटेस्ट खबरें हिंदी में, अजब - गजब, टेक्नोलॉजी, जरा हटके, वायरल खबर, गैजेट न्यूज़ आदि सब हिंदी में

नई दिल्ली। गांधी और बच्चन परिवार पहले इलाहबाद में ही रहता था। उन दिनों से ही राजीव गांधी और अमिताभ बच्चन की दोस्ती काफी गहरी थी। राजीव गांधी पहली बार अमिताभ बच्चन से उनके जन्मदिन दिन के अवसर में मिले थे। अमिताभ सिर्फ 4 वर्ष छोटे बच्चे थे और राजीव भी सिर्फ 2 साल के थे। अमिताभ बच्चन के बर्थडे के दिन इंदिरा गांधी अपने पुत्र, राजीव गांधी को अमिताभ बच्चन के जन्मदिन पर लेकर पहुंची थीं। बताते चलें कि दोनों परिवारों में मित्रता बच्चों के जन्म से पहले ही थी और दोनों परिवारों का एक-दूसरे के घर आना -जाना था।

अमिताभ बच्चन जब मुंबई में अपना ड्रीम करियर पूरा करने में लगे थे, तब राजीव गांधी ने उनकी बहुत हेल्प की थी। यदि हम बात करें अमिताभ बच्चन के राजनीतिक करियर की तो उसका श्रेय भी राजीव गांधी को जाता है क्योंकि राजीव गांधी ने उन्हें पूरा समर्थन दिया और अमिताभ इलाहबाद से चुनाव लड़े और जीते भी। कुछ समय बाद जब बोफोर्स का मामला अत्यधिक तूल पकड़ने लगा था तब अमिताभ ने राजनीति से दूरियां बना ली थीं। उसके बाद जैसे ही राजीव गांधी की मौत की खबर सामने आई, अमिताभ ने गांधी परिवार से भी दूरी बना ली। लेकिन उनके दिल में आज भी अपने बचपन के दोस्त राजीव की यादें हैं। अमिताभ उन्हें आज भी मिस करते हैं।

Rajiv Gandhi

यह भी पढ़ें: बहू बनकर जया बच्चन पहुंची थी हरिवंश बच्चन के गांव, अमिताभ का पुश्तैनी घर अब हो गया है खंडर

अब बताते हैं खास बात

ये बात उन पुराने दिनों की है जब अमिताभ बच्चन हीरो बनने के लिए स्ट्रगल कर रहे थे। जब वे मुंबई शिफ्ट हुए तो जेब में पैसा नहीं था कि अपने लिए अच्छे से कमरा भी ले सकें। तब उस टाइम के बेहद मशहूर एक्टर और कॉमेडियन के भाई अनवर के साथ अमिताभ एक ही रूम में रहने लगे थे। अनवर के साथ रूम शेयर करने की वजह से अमिताभ की महमूद से भी खूब अच्छी दोस्ती होने लगी थी। ज्यादार तीनों साथ में बैठकर खूब बातें किया करते थे।

एक शाम की बात है। अमिताभ बच्चन एक स्मार्ट लुकिंग लड़के के साथ अनवर के रूम में गए। उस समय महमूद भी रूम में ही थे। अमिताभ के रूममेट के चलते अनवर भी इस लड़के को जानते थे। उन्होंने अपने भाई महमूद से इनका परिचय कराना चाहा, लेकिन नशे के चलते उन्होंने अपने भाई की एक न सुनी और पैसे निकाल के लगभग 5000 रुपये उस लड़के के हाथों में थमा दिए।

यह भी पढ़ें:अमिताभ बच्चन के घर बारात लेकर पहुंचे थे राजीव गांधी

महमूद फेमस तो थे ही और उस समय वे एक्टर के साथ प्रोडूयसर भी थे। उन्होंने सोचा अमिताभ भी अपनी ही तरह किसी स्ट्रगलर को साथ लेकर आए हैं। लेकिन उनको ये बात नहीं पता थी कि ये स्ट्रगलर कोई और नहीं प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का बेटा राजीव गांधी है। नशे में होने की वजह से उन्हें कुछ समझ नहीं आया और उन्होंने बोला ये अमिताभ से ज्यादा हैंडसम और स्मार्ट है। देखना ये बहुत बड़ा इंटरनेशनल स्टार बनेगा।"

5000 रुपये राजीव गांधी के हाथ में रखते हुए महमूद बोले "ये रुपये तुम्हारे प्रोजेक्ट में काम करने के लिए साइनिंग अमाउंट है।" ये सब देख कर सभी के होश उड़ गए। कुछ समय के बाद जब महमूद का नशा उतरा तो अमिताभ ने राजीव गांधी के बारे में बताया और उनको ये इंसिडेंट सुनाया। इसके बाद ये सुनकर सब खूब हंसे।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal Read Full Article
via Patrika Rss

Click to comment