मनोज कुमार ने 'लाल बहादुर शास्त्री जी' के कहने पर बनाई थी ये देशभक्ति फिल्म, तोड़ डाले सारे रिकॉर्ड

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नई दिल्ली। पूरे देख में 15 अगस्त को मनाने की धूम काफी तेजी से चल रही है। लोग इस दिन को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते है। जगह जगह पर गूंजने वाले देश भक्ति गीत इस दिन को और अधिक जोश में भर देते है। बैसे तो बॉलीवुड ने देश भक्ति की कई शानदार फिल्में दी, लेकिन उनमें से एक मनोज कुमार की फिल्म उपकार काफी यादगार साबित हुई है। क्योंकि इस फिल्म के साथ उनकी जिंदगी के वाकए जुड़े है। जिसके चलते ही यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई थी।

देश भक्ति से ओतप्रोत रहने वाले भारत कुमार यानी मनोज कुमार ने देशभक्ति के जज्बे से लबरेज फिल्में बनाई जिसके चलते उन्हें बॉलीवुड का भारत कुमार नाम ही घोषित कर दिया गया था। उन्होंने शहीद भगत सिंह, रोटी कपड़ा और मकान, शोर, क्रांति, पूरब औऱ पश्चिम जैसी फिल्में बनाई लेकिन उनकी सबसे ज्यादा सफल फिल्म उपकार मानी जाती है। यहा आज हम फिल्म उपकार के सुपरहिट होने की बात कर रहे है।

फिल्म उपकार का निर्माण मनोज कुमार के द्वारा ही किया गया था साथ में वो खुद ही इस फिल्म के हीरो थे। उनके साथ आशा पारेख, प्राण और प्रेम चोपड़ा ने भी अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन इस फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प औऱ हैरान कर देने वाला वाकया जुड़ा हुआ है। जिसके बारे में खुलासा अनू कपूर ने रेडियो शो सुहाना सफर में किया था।

दरअसल इस फिल्म को बनाने की सलाह खुद उस वक्त के प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री ने दी थी। ये किस्सा कुछ यूं था कि 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद जब मनोज कुमार किसी फिल्म के सिलसिले में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी से मिलने पंहुचे थे। शास्त्री जी मनोज कुमार के हर फिल्म से बेहद प्रभावित थे। शास्त्री जी ने मनोज कुमार के खास अभिनय को देखते हुए कहा था कि मैने जो नारा 'जय जवान जय किसान' देश के किसानों के लिए दिया है, उसके लिए एक फिल्म बनाई जानी चाहिए जिससे किसानों को मेहनत के साथ साथ देशभक्ति से रूबरू कराया जा सके।

लाल बहादुर शास्त्री की यह बात मनोज कुमार को लग गई और वे इसके लिए वे ऐसी कहानी की तलाश में लग गए जिससे किसान देशभक्त के रूप में दिख जाएं। काफी दिनों की मेहनत के बाद आखिरकार उन्हें कहानी मिल गई। और सका नाम भी रख दिया उपकार। फिल्म में मनोज कुमार खुद किसान बने औऱ आशा पारेख शहर की लड़की। प्रेम चोपड़ा मनोज कुमार के छोटे भाई बने थे जो शहर की चमक दमक में आकर अपनी मिट्टी की कीमत को भूल जाता हैं। इस फिल्म में प्राण ने भी यादगार रोल निभाया था।

इससे जुड़ा एक और दिलचस्प किस्सा है। हुआ यूं कि जब मनोज कुमार ने उपकार को बनाने की घोषणा की तो राजकपूर ने उन्हें एक सलाह दी। कि यदि आपमें काबलियत हो तो इस फिल्म को डायरेक्ट करने के साथ खुद इसके हीरो बन जाओ, क्योंकि हर कोई राजकपूर जैसा नहीं होता जो पूरे काम सफलतापूर्वक कर सके। मनोज कुमार को यह बात लग गई और राज कपूर की सलाह को दरकिनार करके उन्होने इस फिल्म को डायरेक्ट करने के साथ एक्टिंग का काम भी कर दिखाया।

जिसका नतीजा यह हुआ कि यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई। मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..गाने ने तो भारत में धूम ही मचा दी।



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