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नई दिल्ली। आज के समय में अमिताभ बच्चन अपने कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। और करोड़ों रूपए कमा रहे हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उनके पास काम की काफी तंगी आई थी। फिल्मों में काम ना मिलने के चलते वो एक-एक पैसे को मोहताज हो गए थे। बैंकबैलेंस खाली होने के बाद वो दिवालिया घोषित कर दिए गए थे। चारों ओर से आ रहे कर्जदारों से वे इतना परेशान हो गए थे कि घर से निकलना तक बंद हो गया था ऐसे वक्त में उनके लिए मसीहा बनकर सामने आए थे धीरूभाई अंबानी.. जिन्होंने उनके लिए मदद का हाथ बढ़ाया था। इस बात का खुलासा बिग बी ने साल 2017 में रिलायंस कंपनी की 40वीं सालगिरह पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान करते हुए बताया था।

रिलायंस कंपनी की 40वीं सालगिरह के भव्य समारोह पर अमिताभ बच्चन भी आए थे। इस कार्यक्रम के दौरान अमिताभ बच्चन ने अपने बुरे दिनों को याद करते हुए दिवालिया होने का किस्सा सबके सामने शेयर किया था उन्होने बताया कि “एक ऐसा दौर आया, जब मैं दिवालिया हो गया। मेरी बनाई हुई कंपनी घाटे में चली गई। करोड़ों का कर्जा चढ़ गया। यहां तक कि मेरा बैंक बैलेंस जीरो हो गया था। हर तरफ से कमाई बंद थी और सरकार की तरफ से घर पर कुड़की का आदेश जारी कर दिया गया।”

इसका बुरे वक्त में मिला धीरूभाई का साथ …
आगे बिग बी ने बताया- “ कि चारों ओर से घिरे कर्जदारों की बात जब धीरूभाई को पता चला जब उन्होंने बिना किसी से पूछे अपने छोटे बेटे अनिल अंबानी को बुलाया और कहा कि इसका अभी बुरा वक्त चल रहा है। इसकी मदद करो और कुछ पैसे दे दो। बिग बी ने बताया कि वो मुझे जितना देना चाह रहे थे, उससे मेरी सारी परेशानी खत्म एक पल में खत्म हो जाती। मैं उनकी इस उदारता को देख भावुक हुआ, लेकिन मुझे लगा कि शायद मैं उनकी उदारता को स्वीकार न कर पाऊं। इसके कुछ समय के बाद ईश्वर की कृपा मुझ पर बनने लगी, और काम मिलना शुरू हो गय़ा। जिसके बाद धीरे-धीरे मैं अपने सारे कर्ज से मुक्त हो पाया।”
अमिताभ बच्चन नें खुद किया था इस वाक्ये का जिक्र
बता दे कि इस वाक्ये का जिक्र अमिताभ बच्चन नें धीरूभाई अंबानी के याद में आयोजित एक कार्यक्रम में करते हुए किया कहा था कि धीरूभाई अंबानी के वो शब्द उस रकम से कई गुना अधिक थे। जो वो मेरे बुरे वक्त में मेरा साथ देने के लिए बहुत थे। अमिताभ के कहे शब्दो को सुन पास बैठे मुकेश अंबानी भी अपने आंसू रोक नहीं पाए थे।
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