CPM ने तैयार की चुनावी रणनीति, ‘इस बार, मोदी बेरोजगार’ होगा मूलमंत्र

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सीपीएम ने देश को मोदी सरकार की नीतियों से मुक्त कराने की रणनीति को लोकसभा चुनाव में प्रचार अभियान के केंद्र में रखते हुए ‘इस बार, मोदी बेरोजगार’ नारे को प्रचार का मूलमंत्र बनाया है. सीपीएम की प्रचार अभियान रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी की अगुवाई में पिछले एक सप्ताह से जारी मैराथन बैठकों में यह फैसला किया गया है. सीपीएम पोलित ब्यूरो की सदस्य बृंदा करात ने ताया कि पार्टी इस चुनाव में देश के मतदाताओं के समक्ष तीन अपीलें करेगी. पहली अपील है ‘देश बचाओ मोदी सरकार हटाओ’. दूसरी अपील है, ‘वैकल्पिक नीति के लिए सीपीएम और वामदलों की संख्या बढ़ाओ’ और तीसरी अपील है ‘देश में धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाओ.’ करात ने कहा कि इन नारों के माध्यम से जनता को पिछले पांच सालों में सांप्रदायिक कट्टरता, किसान संकट और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए ‘इस बार मोदी बेरोजगार’ नारा चुनाव अभियान का मूलमंत्र होगा. बता दें कि सीपीएम ने बीजेपी की ‘मैं भी चौकीदार’ मुहिम के जवाब में यह नारा गढ़ा है. उन्होंने बताया कि सीपीएम के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी यह नारा बेहद लोकप्रिय हुआ और अब इसे जनता के बीच ले जाएंगे. पार्टी की चुनावी रणनीति के बारे में करात ने बताया, ‘सीपीएम ने वामदलों के साथ मिलकर लड़ने वाली सीटों को चिन्हित करने के बाद अपने उम्मीदवारों की घोषणा शुरू कर दी है. इसके अलावा जिन सीटों पर वाम दल नहीं लड़ेंगे, उन पर हम विपक्षी दलों के उस उम्मीदवार को जिताने की अपील करेंगे जो बीजेपी को हराने में सक्षम होगा.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी मानती है कि जनता ने मोदी सरकार को हराने में सक्षम उम्मीदवारों को मत देने का मन बना लिया है. इसलिए सभी प्रांतों की अलग जमीनी हकीकत को देखते हुए हम ऐसी रणनीति के तहत आगे बढ़ रहे हैं कि बीजेपी के खिलाफ वोट का बंटवारा कम से कम हो.’ विपक्ष की एकजुटता पर उठते सवालों पर उन्होंने कहा, ‘एनडीए में घटकदलों के टकराव को छुपाने के लिए विपक्षी दलों में विखंडन का दुष्प्रचार किया जा रहा है. सच्चाई यह है कि सभी विपक्षी दलों का लक्ष्य, संविधान बचाने के लिए देश को मोदी सरकार से मुक्त कराना है.’ पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ तालमेल की बात नहीं बनने के सवाल पर करात ने कहा, ‘वहां हमारी सीधी लड़ाई बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के साथ है. वहां कांग्रेस की चार और सीपीएम की दो सीटें थीं. हमने तय किया इन छह सीटों पर हम एक दूसरे के लिये बाधक नहीं बनेंगे. आपस की इस समझ पर हम दोनों कायम हैं.’ सीपीएम के चुनाव अभियान में देरी के सवाल पर वरिष्ठ सीपीएम नेता ने कहा, ‘चुनाव अभियान में देरी बिल्कुल नहीं हो रही है. जहां हम अकेले लड़ रहे हैं वहां सीपीएम और वामदलों ने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. लेकिन जहां अन्य दलों से मिलकर लड़ रहे हैं वहां थोड़ा समय लगना लाजिमी है. पश्चिम बंगाल और केरल सहित अन्य राज्यों में हमारे उम्मीदवारों की दो सूची जारी हो गई हैं. बाकी उम्मीदवार भी जल्द घोषित हो जाएंगे.’

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