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नई दिल्ली। आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) बॉलीवुड इंडस्ट्री का एक ऐसा नाम बन गया है। जिसे सुनते ही अलग किरदारों के साथ अनोखे किरदारों की लड़ी भी दिमाग में आ जाती है। विक्की डोनर (Vicky Donor), अंधाधुंध (Andhadhun), ड्रीम गर्ल (Dream Girl) या फिर बाला (Bala)। आयुष्मान खुराना ने अपनी फिल्मों से अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है। ड्रीम गर्ल फिल्म में आयुष्मान खुराना ने एक लड़की का रोल निभाया था। जिसे फैंस ने बहुत पंसद किया था। हाल ही में 'अंतरराष्ट्रीय (International Men's Day) पुरूष दिवस' पर एक कविता सोशल मीडिया (Socail Media) पर शेयर की है। इस कविता में आयुष्मान खुराना ने मर्दों के दर्दे के बारें में बात की। उन्होंने ये भी कहा की मर्द को दर्द नहीं होता ये बात बिल्कुल गलत है बल्कि जिस मर्द को दर्द होता है वही असली मर्द है।
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इस कविता के लेखक गौरव सोलंकी (Gaurav Solanki) है। जिन्होंने समाज में मर्दों की सोच को अपनी कविता में बताया है। आपको बता दें कि गौरव सोलंकी ने दास देव (Das Dev), वीरे दी वेड़िंग (Veere Di Weding), जैसी कई बड़ी फिल्मों के गाने लिख चुके हैं। इस कविता में आयुष्मान ने 'जेंटलमेन' (Judgemental) क्या है? पर आयुष्मान ने कविता को बड़े ही गजब अंदाज में पढ़ा। आयुष्मान खुराना की इस वीडियो को लोगों ने बहुत पसंद किया है। सोशल मीडिया पर भी इस वीडियो के काफी चर्चें हो रहें हैं।
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via Patrika Rss