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मुंबई। बिहार चुनाव के परिणामों के रूझान जारी हैं। अब तक के रूझानों और जीती गई सीटों को देखते हुए एनडीए ( NDA ) की गठबंधन पार्टी बीजेपी ( BJP ) बढ़त बनाए हुए है। वहीं, महागठबंधन के सभी घटक एनडीए से पीछे चल रहे हैं। इस बीच फिल्ममेकर अशोक पंडित ( Ashoke Pandit ) ने कई ट्वीट कर बीजेपी और मोदी सरकार ( Modi Government ) पर तंज कसने वालों को आड़े हाथों लिया है।
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'सपनों को चकनाचूर कर दिया'
अशोक पंडित ने अपने एक ट्वीट में उन लोगों पर निशाना साधा, जो अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव ( US President Election ) में डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) की हार को मोदी सरकार से जोड़ रहे थे। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा,'बिहार चुनाव परिणामों ने लेफ्ट लिबरल, टुकड़े टुकड़ै गैंग, लुटियंस मीडिया के 'मुंगेरीलाल' के सपनों को चकनाचूर कर दिया है, जिन्होंने ट्रंप की हार की तुलना नरेन्द्र मोदी से की थी।' इससे पहले किए गए ट्वीट में अशोक पंडित ने एक प्रीडिक्शन किया। इस ट्वीट में वह लिखते हैं,'लेफ्ट लिबरल, टुकड़े टुकड़ै गैंग, लुटियंस मीडिया के ईवीएम पर आरोप लगाने का इंतजार कर रहा हूं। एक्जिट पोल के राजनीतिक पंडितों को राजनीति छोड़ देनी चाहिए।' अशोक ने एक अन्य ट्वीट में रूझानों को देखते हुए लिखा,'एनडीए ने महागठबंधन को महाझंडबंधन में बदल दिया है। अब बंगाल की बारी है।'
एनडीए और महागठबंधन में मुकाबला
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में 243 सदस्यों की संख्या है, जिसमें से 38 सीटें एससी और दो एसटी के लिए आरक्षित हैं। 2015 के राज्य के चुनावों में, महागठबंधन ने राजद, जद (यू) और कांग्रेस ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में 178 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया। दूसरी ओर, भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने केवल 58 निर्वाचन क्षेत्रों से जीत हासिल की। 26 जुलाई, 2017 को नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर राजद के साथ मतभेदों का हवाला देते हुए सीएम पद छोड़ दिया और अपने पूर्व सहयोगी भाजपा के साथ हाथ मिला लिया। महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, CPI (M-L), CPI, और CPM शामिल हैं, जिन्हें BJP, JD (U), VIP और HAM (S) से मिलकर सत्तारूढ़ NDA गठबंधन को चुनावों में चुनौती दी है।
मतगणना केंद्रों के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा
चुनाव आयोग के अनुसार, मतगणना के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के लिए मतगणना केंद्रों को राज्य के 38 जिलों में 55 तक बढ़ाया गया। साथ ही, 414 काउंटिंग हॉल में से प्रत्येक में 7 से अधिक काउंटिंग टेबल की अनुमति नहीं दी गई। सभी मतगणना केंद्रों के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा है जिसमें केंद्रीय अर्धसैनिक बल, बिहार सैन्य पुलिस और जिला सशस्त्र पुलिस की भागीदारी शामिल है।
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