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कई दफा हादसे इतने भयानक होते कि वो जिंदगी भर आपके साथ रहते हैं। भले ही उनके जख्म सूख जाए लेकिन वो आपकी जिंदगी पर गहरी छाप छोड़ जाते हैं, फिर बात चाहे प्रोफेशनल हो या पर्सनल। फिल्मी जगत भी ऐसे कई किस्सों से भरा हुआ है जिसमें लोगों की जिंदगी में हुए हादसों ने उनकी पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल लाइफ तक बदल कर रख दी।
इसी कड़ी में आज हम बात कर रहे हैं महिमा चौधरी की। 90 के दशक में महिमा किसी पहचान की मोहताज नहीं थी। अपनी खूबसूरती, अपनी अदायगी से कुछ ही वक्त में महिमा ने शोहरत हासिल कर ली थी। एक के बाद एक फिल्म साइन कर रही थी। उसी दौरान अचानक से एक हादसा हुआ और उनकी जिंदगी के सारे पासे पलट कर चला गया।
महिमा चौधरी ने सालों बाद अपने करियर के बारे में खुलकर बात की है। दरअसल हाल ही में महिमा चौधरी ने मीडिया चैनल को दिए एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वो इतने लंबे वक्त से क्यों गायब थी। भरी हुई आखों के साथ उन्होंने बताया कि कुछ सालों तक बहुत टूटी हुई थीं।
महिमा ने बताया कि 1991 में वो एक फिल्म की शूटिंग खत्म करके वापस जा रही थीं। इसी दौरान उनके साथ एक सड़क हादसा होता है जिसमें एक ट्रक उनकी कार को जोरदार टक्कर मार देता है। झटका इतना तेज था कि मेरी कार की हालत ही बिगड़ गई थी, गाड़ी में लगा कांच टूट कर उनके चेहरे में घुस गया था । वो आगे कहती हैं कि में दर्द से तड़प रही थी, मुझे अस्पताल ले जाया गया जहां मेरी मां और अजय पहुंचे थे।
जब मुझे होश आया तो मैंने अपना चेहरा शीशे में देखा, जिसको देख कर मैं बहुत डर गई थई।
उन्होंने बताया कि उनके चेहरे में कांच के कुल 70 टुकड़े थे जिसे डॉक्टर्स की टीम ने ऑपरेट करके निकाला था।
अपने साथ हुए हादसे को बताते वक्त महिमा के आंसू छलक आते हैं। वो कहती हैं कि मैंने सारी सर्जरी के बाद खुद को घर में कैद कर लिया था । मैं घर से बाहर नहीं निकल सकती थी क्योंकि मुझे धूप में जाना मना था औऱ घर में रहकर हर पल मुझे मेरे करियर की चिंता सताती थी कि जिन फिल्मों को मैंने साइन किया है उनका क्या, लेकिन इसी दौरान मेरे परिवार ने मुझे बहुत सहारा दिया।
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